जिल्हा रुग्णालयामध्ये पुरविण्यात येणात-या विशेषज्ञ सेवा पुढीलप्रमाणे
|
जिल्हा रुग्णालयामध्ये मंजुर करण्यात आलेले विशेषज्ञ |
1 |
भिषक |
8 |
शरीरविकती चिकित्सक |
2 |
शल्य चिकित्सक |
9 |
मनोविकती चिकित्सक |
3 |
स्ञीरोग व प्रसती शास्ञ तज्ञ |
10 |
त्वचारोग तज्ञ |
4 |
बालरेाग तज्ञ |
11 |
क्ष्ायरोग तज्ञ |
5 |
अस्थिव्यंग शल्य चिकित्सक |
12 |
नेञशल्य चिकित्सक |
6 |
बधिरीकरण शास्ञज्ञ |
13 |
कान नाक घसा तज्ञ |
7 |
क्ष किरण शास्ञज्ञ |
14 |
दंत शल्य चिकित्सक |
अतिदक्षता विभागराज्यातील सर्व जिल्हान रुग्णाीलयामध्ये् गंभीर रुगणांवर उपचार करण्यायकरिता 6 खाटांचा अतिदक्षता कक्ष 18 अतिरिक्ता कर्मचारी वर्गासह कार्यान्वित करण्याभत आला आहे. त्याकरिता आवश्यचक यंञसामुग्री उपलब्धस करुन देण्याचत आली आहे.
विशेष नवजात अर्भक काळजी कक्ष कमी वजनाच्या अपु-या दिवसांच्या् जन्मेलेल्या बालकांची निगा अतिदक्षता कक्षात देवुन केल्यातस मत्युजचे प्रमाण ब-याच अंशी कमी करणे शकय असते. यास्तवव राज्यातील सर्व जिल्हा रुग्णानलयामध्येण व स्ञी रुग्णा लयात नवजात बालकांसाठी सुविधा उपलब्धअ करुन देण्यात आल्या आहेत. या कक्षासाठी 10 अतिरिक्ती कर्मचारी वर्ग तसेच यंञसामुग्री पुरवठा करण्यात आला आहे.
जळीत कक्षराज्यांत भाजलेल्या रुग्णांंचा उपचार देण्यासाठी खास जळीत कक्षाची आवश्य कता असते. सर्व जिल्हा रुग्णांलयामध्ये् जळीत रुग्णांशसाठी सुविधा उपलब्ध् करुन देण्या त आलेली आहेत. या कक्षात 5 खाटा पुरुषांसाठी व 5 खाटा स्ञीयासांठी राखीव ठेवण्या्त आल्यास आहेत.
सि. टी. स्कॅीन राज्या तील जिल्हा रुग्णपलयामध्ये उपचाराकरिता दाखल होणा-या रुग्णांमधील जख्मी् रुग्णांचमध्येय डोक्या ला मार लागलेले रुगण मोठया प्रमाणात असतात. अशा रुग्णा ची तातडीने सी. टी. स्कॅन चाचणी करुन त्यांबच्यागवर वेळीच उपचार केल्यातस जास्ती त जास्तख रुग्णांसचे प्राण वाचविणे शक्यस असते. यास्तेव सर्व जिल्हा् रुग्णालये ( वाशिम पुणे वगळता) व सामान्य रुग्णाणलये ( मालेगांव वगळता) येथे ही सुविधा उपलब्धा आहे.
मनोविक़ती कक्ष शासनाने शासन निर्णय क्र. जिरुप 2105/प्र.क्र.130/आरोग्यआ-3 दि. 1 मार्च 2006 अन्वये राज्याुतील 23 जिल्हा रुग्णा लयात प्रत्येकी दहा खाटांचा मनोविकती कक्ष सुरु करण्यात आलेला असुन मनोविकती चिकित्सा कक्ष अंतर्गत एकुण 20 पदे खालीलप्रमाणे मंजुर करण्याषत आलेली आहेत.
सोनोग्राफी सुविधा पोटातील रोगाचे अचुक निदान करण्या्करिता सर्व जिल्हार रुग्णालये, 7 स्ञीण रुग्णालये, सामान्य् रुग्णाललये येथे सोनोग्राफी ची सुविधा उपलब्ध् करुन देण्यागत आली आहे. वरील यंञ हाताळण्या साठी अधिका-यांना प्रशिक्षित करण्यात आले आहे वरील सुविधांबरोबरच सुरक्षा रुग्ण्वाहिका आहार स्व.च्छाता इ. सेवा रुग्णाललयात उपलब्ध आहेत.
उपजिल्हा रुग्णालये – राज्याणतील 30 खाटांच्यात ग्रामीण रुग्णांलयाचे श्रेणीवर्धन करुन तेथे 50 खाटांच्यार 56 व 100 खाटांच्या 26 उपजिल्हात रुपांतर करण्यारत आलेले आहे. यात नव्यायने स्थाापन करण्यालत आलेल्या् उपजिल्हा रुग्णा6लय भिंवडी चा समावेश आहे. सदर रुग्णातलयामार्फत प्राथमिक आरोगय केद्र तसेच ग्रामीण रुग्णातलयातुन संदर्भ्भत केलेल्याह रुग्णांरवर औषधोपचार शस्ञपक्रिया करण्यादबाबत कार्यवाही केली जाते.
100 खाटांच्या उपजिल्हा रुग्णालयाकरिता मंजुर विशेषज्ञ |
50 खाटांच्या उपजिल्हा रुग्णालयाकरिता मंजुर विशेषज्ञ |
1 |
भिषक |
1 |
भिषक |
2 |
शल्य चिकित्सक |
2 |
शल्य चिकित्सक |
3 |
स्ञीरोग व प्रसती शास्ञ तज्ञ |
3 |
स्ञीरोग व प्रसती शास्ञ तज्ञ |
4 |
बालरेाग तज्ञ |
4 |
बालरेाग तज्ञ |
5 |
अस्थिव्यंग शल्य चिकित्सक |
5 |
अस्थिव्यंग शल्य चिकित्सक |
6 |
बधिरीकरण शास्ञज्ञ |
6 |
बधिरीकरण शास्ञज्ञ |
7 |
क्ष किरण शास्ञज्ञ |
|
8 |
नेञशल्य चिकित्सक |
9 |
दंत शल्य चिकित्सक |
ट्रौमा केयर यूनिट
अपघाती रुग्णांसाठी शासनाने ट्रौमा केयर यूनिटची स्थापना केली असून मनुष्यबळ, साधनसमुग्री व रुग्णवाहिका उपलब्ध करून देण्यात आल्या आहेत. राज्यात एकूण ६८ रुग्णालयांमध्ये ट्रौमा केयर यूनिटची स्थापना करण्यात आली आहे.
ग्रामीण रुग्णाथलये
राज्यात ३० खाटांची एकूण ३६१ कार्यान्वित व २४ अकार्यान्वित ग्रामीण रुग्णा लये आहेत. त्यात १४३ प्रादेशिक असमतोल दूर करणे याअंतगत मंजूर करण्या१त आलेली आहे. या संस्थाय प्रथम संदर्भ सेवा केंद्र म्हतणून कार्यरत आहेत. प्राथमिक आरोग्यल केंद्रातून पाठविण्यात आलेल्या रुग्णांना संदर्भ सेवा पुरविण्या त येतात. तसेच उक्त् कार्याबरोबरच प्रयोगशाळा तपासणी, क्ष-किरण तपासणी व रुग्णसवाहिका सेवा उपलब्ध् केल्या. जातात. प्रत्येबक ग्रामीण रुग्णाणलयासाठी २५ कर्मचा़यांचा आकृतीबंध मंजूर आहे. यापैकी सुरक्षा रक्षक, वाहनचालक, आहार व स्वेच्छगता सेवा कंत्राटी पध्दकतीने उपलब्धृ करण्या्बाबत शासनाचे निर्देश आहेत.
राज्य द्वितीया आरोग्य सेवा
अ.क्र. |
जिल्हा |
जि.रू. |
उ.जि.रू. |
उ.जि.रू. |
ग्रा.रू. (३० खाटा) |
(१०० खाटा) |
(५० खाटा) |
आदिवासी |
बिगर आदिवासी |
एकूण |
1 |
ठाणे |
1 |
4 |
1 |
10 |
6 |
16 |
2 |
रायगड |
1 |
1 |
2 |
1 |
11 |
12 |
3 |
रत्नागिरी |
1 |
1 |
2 |
0 |
9 |
9 |
ठाणे मंडळ |
3 |
6 |
5 |
11 |
26 |
37 |
5 |
धुळे |
0 |
1 |
1 |
1 |
5 |
6 |
6 |
नंदुरबार |
1 |
0 |
2 |
9 |
5 |
14 |
7 |
जळगाव |
1 |
1 |
2 |
1 |
16 |
17 |
8 |
नासिक |
1 |
1 |
3 |
12 |
13 |
25 |
9 |
अहमदनगर |
1 |
0 |
2 |
3 |
20 |
23 |
नासिक मंडळ |
4 |
3 |
10 |
26 |
59 |
85 |
10 |
पुणे |
1 |
1 |
3 |
2 |
18 |
20 |
11 |
सोलापूर |
0 |
1 |
2 |
0 |
16 |
16 |
पुणे मंडळ |
1 |
2 |
5 |
2 |
34 |
36 |
12 |
सातारा |
1 |
1 |
1 |
0 |
16 |
16 |
13 |
कोल्हापूर |
0 |
1 |
3 |
0 |
16 |
16 |
14 |
सांगली |
0 |
0 |
2 |
0 |
13 |
13 |
4 |
सिंधुदुर्ग |
1 |
2 |
1 |
0 |
7 |
7 |
कोल्हापूर मंडळ |
2 |
4 |
7 |
0 |
52 |
52 |
15 |
औरंगाबाद |
0 |
1 |
2 |
0 |
10 |
10 |
16 |
जालना |
1 |
0 |
1 |
0 |
9 |
9 |
17 |
परभणी |
1 |
0 |
2 |
0 |
6 |
6 |
18 |
हिंगोली |
1 |
0 |
1 |
0 |
4 |
4 |
औरंगाबाद मंडळ |
3 |
1 |
6 |
0 |
29 |
29 |
19 |
लातूर |
0 |
1 |
1 |
0 |
10 |
10 |
20 |
उस्मानाबाद |
1 |
1 |
1 |
0 |
7 |
7 |
21 |
बीड |
1 |
1 |
1 |
0 |
11 |
11 |
22 |
नांदेड |
0 |
1 |
3 |
2 |
10 |
12 |
लातूर मंडळ |
2 |
4 |
6 |
2 |
38 |
40 |
23 |
अकोला |
0 |
1 |
0 |
0 |
5 |
5 |
24 |
वाशीम |
1 |
0 |
0 |
0 |
7 |
7 |
25 |
अमरावती |
1 |
1 |
3 |
2 |
8 |
10 |
26 |
यवतमाळ |
0 |
0 |
3 |
4 |
10 |
14 |
27 |
बुलढाणा |
1 |
1 |
1 |
0 |
15 |
15 |
अकोला मंडळ |
3 |
3 |
7 |
6 |
45 |
51 |
28 |
नागपूर |
0 |
0 |
2 |
1 |
11 |
12 |
29 |
वर्धा |
1 |
1 |
1 |
0 |
8 |
8 |
30 |
भंडारा |
1 |
1 |
1 |
0 |
7 |
7 |
31 |
गोंदिया |
1 |
0 |
1 |
7 |
3 |
10 |
32 |
चंद्रपूर |
1 |
0 |
2 |
3 |
8 |
11 |
33 |
गडचिरोली |
1 |
0 |
3 |
9 |
0 |
9 |
नागपूर मंडळ |
5 |
2 |
10 |
20 |
37 |
57 |
राज्य |
23 |
25 |
56 |
67 |
320 |
387 |
विभागीय संदर्भ सेवा रुग्णायलयः
नाशिक
शासनाने नाशिक येथे विभागीय संदर्भ सेवा रुग्णाषलय दि. २६ जून २००८ रोजी सुरु करण्यादत आले. या रुग्णालयामध्ये खालील विशेषज्ञ सेवा उपलब्धव आहेत.
- कार्डीओलॉजी, कार्डीओ व्हॅस्कयुलर थोरॅसिक युनिट
- ऑनकॉलॉजी व केमोथेरपी युनीट
- नेफ्रॉलॉजी व युरॉलॉजी युनीट
अमरावती
अमरावती येथे पहिल्या टपप्यालत पुढील अतिविशिष्ट तज्ञ वैद्यकिय सेवा पुरविण्यात आलेल्या आहेत.
- मुत्रपिंड विकार, उपचार व शस्त्रक्रिया
- सुगठन शस्त्रक्रिया
- अर्भक शस्त्रक्रिया
Alerts - पवित्र अमरनाथ यात्रेसाठी बंधनकारक असलेली आरोग्य तपासणी
- दिनांक १७/०४/२०१३
- श्री. पवित्र अमरनाथ यात्रेसाठी असलेल्या अपुर्या आरोग्य सोयी सुविधा व सांडपाणी व्यवस्था यामुळे होणारे मृत्यू कमी करण्यासाठी माननीय सर्वोच्च न्यायालयाने बाबीमध्ये सिव्हिल रिटपिटिशन द्वारा २०१२ मध्ये विशेष सर्वोच्च अधिकार समिती स्थापन केले आहे. वातावरणाशी जुळवून घेता येणे, जनजागृती, योग्य पेहरवाचा अभाव, आरोग्य तपासणीचा अभाव, राजेसर्ड मेडिकल प्रॅक्टीशनर कडून प्रमाणपत्र याचे केस मधील मृत्युची कारणे होते.
- १) यात्रेकरूंना आरोग्य प्रमाणपत्र देणेसाठी राज्य सरकारने वैद्यकिय अधिश्यक ग्रामीण रुग्णालय उपजिल्हा रुग्णालय व सामान्य रुग्णालय तसेच जिल्हा शल्य चिकित्सक जिल्हा रुग्णालय यांना अधिकार प्रदान करण्यात आले आहेत.
- २) उपसंचालक (रुग्णालये) यांना अमरनाथ यात्रेसाठी विभागीय अधिकारी असे नेमण्यात आले आहे.
- ३) मा. संचालक, आरोग्य सेवा संचालनालय मुंबई यांनी दि. ०७/०२/२०१३ च्या पत्राद्वारे हे सर्वांना कळविण्यात आले आहे.
- ४) ज्या रुग्णालयात हा आरोग्य प्रमाणपत्र दिले जातात त्या हॉस्पिटलची यादी नावासाह व फोननंबरसह या इथे जोडलेली आहे.
- ५) बंधनकारक असलेल्या आरोग्य प्रमाणपत्राचा नमूना सोबत जोडला आहे.